ठंडे बस्ते में देहरादून रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना, मल्टीलेवल पार्किंग से लेकर फूड कोर्ट बनाने की थी तैयारी।
देहरादून- देश के ए श्रेणी स्टेशनों की सूची में शामिल देहरादून रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्यों की परियोजना की फाइल ठंडे बस्ते में चली गई है। वर्ष 2019 में देहरादून रेलवे स्टेशन को अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त बनाने की कवायद शुरू हुई थी। इसके लिए रेल भूमि विकास प्राधिकरण और मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी हुए थे, लेकिन योजना धरातल पर नहीं उतर सकी।
परियोजना में विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्टेशन का पुनर्विकास, मल्टीलेवल पार्किंग और चेक-इन पाइंट का निर्माण, टायलेट, छात्रावास सुविधाओं के साथ फूड कोर्ट, टिकट और आरक्षण काउंटर की स्थापना शामिल थी।
शुरू कर दी थी टेंडर प्रक्रिया
इसके साथ ही इस योजना में एटीएम व अन्य कार्यों में रेलवे गेस्ट हाउस का विकास, रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अपार्टमेंट, पार्किंग सुविधा और आवास निर्माण शामिल था। इसके बाद एमडीडीए ने कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
ठंडे बस्ते में गई योजना
इस दौरान रेलवे के उच्च अधिकारियों व प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ताएं तो हुई, लेकिन परियोजना के कार्य धरातल पर नहीं उतर सके। अब जब अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हर्रावाला रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास योजना शुरू हो गई है, तो देहरादून रेलवे स्टेशन के अधिकारी कर्मचारियों में भी चर्चा है कि देहरादून स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई है। देहरादून रेलवे स्टेशन के अधिकारी भी वरिष्ठ अधिकारियों का हवाला देकर परियोजना पर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।