देहरादून की सड़कों लगे खराब ट्रैफिक लाइटों को दो सप्ताह में करना होगा ठीक, वरना एक्शन लेगा प्रशासन।
देहरादून- शहर के तिराहों व चौराहों पर खराब पड़ी ट्रैफिक लाइटों को ठीक करने के लिए निदेशक यातायात ने दो सप्ताह का समय दिया है। उन्होंने यातायात अधीक्षक को निर्देशित किया कि संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर दो सप्ताह के अंदर-अंदर सभी खराब ट्रैफिक लाइटों को ठीक कराया जाए।
यदि निर्धारित समय पर खराब पड़ी ट्रैफिक लाइटों को ठीक नहीं कराया जाता तो संबंधित के विरुद्ध क्या कार्रवाई हो सकती है इसके संदर्भ में इसका परीक्षण करा लें। कहा कि यदि दो सप्ताह में जनपद स्तर से सभी संभव प्रयास किए जाने के बाद भी खराब ट्रैफिक सिग्नल ठीक नहीं हो पात तो तत्काल यातायात निदेशालय को अवगत कराएं।
निदेशक यातायात व पुलिस महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी ने आइटीडीए स्थित दून इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (डीआइसीसीसी) का निरीक्षण किया और सेंटर के कार्यप्रणाली की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने यातायात से संबंधित उपकरणों रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन (आरएलवीडी) व स्पीड वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम (एसवीडीएस) कैमरों के चालानी प्रक्रिया और यातायात व्यवस्था की मानिटरिंग का पर्यवेक्षण भी किया।
उन्होंने कहा कि देहरादून शहर में जिन स्थानों पर आरएलवीडी और एसवीडीसी कैमरे लगे हैं उन स्थानों पर बड़े-बड़े सूचना बोर्ड लगाए जाएं ताकि वाहन चालक अलर्ट रहें कि वह कैमरें की निगरानी में है। रेड लाइट जंप करने पर उनका चालान हो रहा है। इससे आम नागरिक भी यातायात इस प्रक्रिया से अनभिज्ञ नहीं रहेगी व इससे यातायात के प्रति जागरुक भी रहेगी।
इसके अलावा समीक्षा के दौरान आरएलवीडी व एसवीडीएस कैमरों से किए जा रहे चालान की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया। निर्देश दिए कि जिन चालानों में मोबाइल नंबर प्रदर्शित नहीं हो रहा है उनके संबंध में उचित कार्यवाही की जानी आवश्यक है, ताकि चालान अधिक समय तक लंबित न रहें।
यह भी दिए दिशा निर्देश
डीआइसीसीसी की समीक्षा के दौरान देहरादून में प्रवर्तन की कार्यवाही तथा मानिटरिंग के लिए नियुक्त यातायात कर्मियों के कार्यों का पर्यवेक्षण करते हुए आइजी ने कहा कि सेंटर में वर्तमान में प्रवर्तन, मानिटरिंग आरटी सेटके माध्यम से कंट्रोल रुम से यातायात के संचालन की कार्यवाही की जा रही है। पुलिस अधीक्षक, यातायात देहरादून को निर्देश दिए कि प्रवर्तन की कार्यवाही में और अधिक जनशक्ति का प्रयोग किया जाए।