आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे ऋषिकेश, किया माधव सेवा विश्राम सदन का लोकार्पण।
ऋषिकेश- एम्स ऋषिकेश में भर्ती किए जाने वाले मरीजों के तीमारदारों को एम्स की ओर एक फॉर्म भरकर दिया जाएगा। उसी फॉर्म के आधार पर तीमारदारों को रहने की सुविधा की जाएगी।
आरएसएस के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत आज ऋषिकेश पहुंचे। यहां उन्होंने माधव सेवा विश्राम सदन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि धर्म समाज को जोड़ने का काम करता है। हम सब लड़ते-झगड़ते हों, हम आपस में कितना भी एक दूसरे को बुरा भला कह दें। लेकिन जब भारत की सीमा पर आक्रमण होता है तो हम सब एक हो जाते हैं। यह संकेत हमारे अंदर से आता है।
कहा कि संवाद के अभाव में हमारे बीच दूरियां पैदा हुई हैं। लोक संग्रह के माध्यम से इसे दूर किया जा सकता है। राष्ट्र के संकट के समय हम सब एक हो जाते हैं। कहा, विश्व में भारत की ताकत व प्रतिष्ठा बढ़ी है। भारत की बात को गंभीरता से सुना जाता है। आज दुश्मन देशों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। भागवत ने कहा कि हम सब में कई समानताएं हैं। हमें इन्हें पहचानना होगा। कहा कि मनुष्य के भीतर धीरे-धीरे प्रस्तुत होने वाली दिव्यता की व्यावहारिक अनुभूति और अभिव्यक्ति ही सेवा है। मनुष्य और पशुओं में यही एक बात फर्क करती है।
बता दें कि इस भवन में 430 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। एम्स में आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को यह सुविधा मिल सकेगी। एम्स के निकट वीरभद्र मार्ग पर नवनिर्मित इस चार मंजिला विश्राम सदन में 120 कमरे हैं। लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, आरएसएस के बड़े कार्यकर्ताओं के साथ करीब 1500 मेहमान पहुंचे।
पर्वतीय क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों और उनसे सटे राज्यों के जिन मरीजों को एम्स ऋषिकेश के डॉक्टर एक सप्ताह बाद बुलाएंगे, वे मरीज और उनके तीमारदार माधव सेवा विश्राम सदन में रह सकेंगे।
एम्स ऋषिकेश में भर्ती किए जाने वाले मरीजों के तीमारदारों को एम्स की ओर एक फॉर्म भरकर दिया जाएगा। उसी फॉर्म के आधार पर तीमारदारों को रहने की सुविधा की जाएगी। यहां तीमारदारों को 10 रुपये में जलपान और 30 रुपये में भोजन मिलेगा।