उत्तराखंड में प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में होगी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली, अमित शाह व राजनाथ सिंह समेत अन्य केंद्रीय मंत्री करेंगे जनसभाएं।
देहरादून- आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा अपनी रणनीति तय कर चुकी है। उत्तराखंड में भी भाजपा ने मार्च तक के कार्यक्रम निर्धारित किए हैं। इसके तहत बड़ी रैलियां आयोजित करने का निश्चय किया गया है।
इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा ने केंद्रीय नेतृत्व से पांचों लोकसभा क्षेत्रों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक-एक रैली का कार्यक्रम निर्धारित करने का आग्रह किया है। यही नहीं, मार्च तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय नेताओं की बड़ी जनसभाएं भी विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में प्रस्तावित हैं।
पार्टी ने बनाई ये कार्ययोजना
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए इस बार जो कार्ययोजना बनाई है, उसमें राज्य में लोकसभा की प्रत्येक सीट को पांच लाख से अधिक मतों के अंतर से जीतने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके लिए मार्च तक के कार्यक्रम निर्धारित किए गए हैं, जिसके तहत सभी लोकसभा क्षेत्रों में बड़ी रैलियां व सभाएं भी आयोजित की जाएंगी। इसमें भी पार्टी के प्रांतीय नेतृत्व का प्रयास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ज्यादा से ज्यादा रैलियां हासिल की जाएं।
डेढ़ लाख करोड़ की अधिक योजनाएं मिली
असल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देवभूमि उत्तराखंड से विशेष अनुराग रखते हैं। प्रधानमंत्री के रूप में वह सबसे अधिक बार उत्तराखंड का दौरा करने वाले प्रधानमंत्री हैं, तो केदारनाथ धाम के प्रति उनकी अगाध आस्था है।
जब भी समय मिलता है। वह बाबा केदार के दर्शन को चले आते हैं। यही नहीं, उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद राज्य को डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न योजनाएं मिली हैं। केदारनाथ धाम के दौरे में उन्होंने कहा कि था कि यह दशक उत्तराखंड का होगा।
पीएम मोदी का जादू बोलता है सिर चढ़कर
कहने का आशय यह कि प्रधानमंत्री मोदी का जादू यहां के लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। उनकी इस लोकप्रियता का पार्टी लोकसभा चुनाव में लाभ उठाना चाहेगी। इसी को देखते हुए भाजपा ने चुनाव से पहले राज्य में उनकी अधिकाधिक रैलियां मांगी हैं।
संपर्क करने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि हमने राज्य के प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री की एक रैली आयोजित करने के संबंध में केंद्रीय नेतृत्व से अनुरोध किया है। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री, रक्षा मंत्री समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों के कार्यक्रम भी मांगे गए हैं।