एक रावत की पार्टी में दूसरे रावत, तीसरे रावत नाराज, जानें क्यों सुर्खियों में आम की दावत।
देहरादून- सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत की आम पार्टी में पूर्व सीएम हरीश रावत ने स्वाद चखा तो कांग्रेसियों को यह रास नहीं आया।
भाजपा के एक रावत की दावत में कांग्रेस के दूसरे रावत के जाने से तीसरे रावत नाराज हो गए। दरअसल, यह मामला हरिद्वार के सांसद व पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की आम की दावत का है। इस दावत में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत त्रिवेंद्र के घर पहुंचे। इधर, हरीश ने त्रिवेंद्र के घर में आम का स्वाद चखा, उधर कांग्रेसी दिग्गजों के दांत खट्टे हो गए।
हरीश रावत और त्रिवेंद्र की जुगलबंदी कोई नई नहीं है। जब त्रिवेंद्र सीएम थे, तब हरीश रावत की आम, काफल और माल्टा पार्टी में तत्कालीन मुख्यमंत्री को भी निमंत्रण दिया जाता था। त्रिवेंद्र भी हरीश की इन दावतों में शामिल होते थे। तब रावतों की ये दावतें सियासी सुर्खियां बंटोरती थीं।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरीश के अंदाज में आम पार्टी का आयोजन किया। डिफेंस कालोनी स्थित अपने आवास पर आम पार्टी में शामिल होने के लिए त्रिवेंद्र पड़ोसी बन चुके हरीश रावत को निमंत्रण देना नहीं भूले। हरीश रावत उनकी इस दावत में पहुंचे। आम खाने और खिलाने वाली तस्वीरें अगले दिन अखबारों में प्रमुखता से छपीं। इसके बाद कांग्रेसी दिग्गजों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं, जो दावत को लेकर अदावत के संकेत दे रही थीं। हरीश का त्रिवेंद्र की दावत में शामिल होना कुछ दिग्गज नेताओं को नहीं सुहाया।
चापलूसी करने से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है,
हरक सिंह
नाम लिए बगैर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि मेरे खिलाफ ईडी और सीबीआई का छापा इन्हीं लोगों की देन है। तंज कसने से रंजीत रावत भी पीछे नहीं रहे। हरक ने तो खुलकर अपना दर्द बयां कर दिया। बोले, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी रहे देवेंद्र यादव के समय कांग्रेस पार्टी भर्ती घोटाला, भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रही थी। उस समय पार्टी के यही नेता भाजपा सरकार के मुखिया की तारीफ करते थे।
इससे पार्टी का संघर्ष बेकार हो जाता। यह बात सही है कि राजनीति में संबंध अच्छे रहने चाहिए। सत्ताधारियों की चापलूसी करने से कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता है, जो पार्टी के लिए अच्छा नहीं है। हरीश रावत के करीबी रहे कांग्रेस नेता रंजीत सिंह रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र रावत की आम दावत आम नहीं खास है। पार्टी नेताओं की इस तरह की गतिविधियों से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी का गुणगान किया गया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कहा गया कि कार्यशैली कमजोर है।
भाजपा कटुता की राजनीतिक करती है, लेकिन कांग्रेस हमेशा मिठास बांटती है। इसी मिठास को बांटने के लिए मैं त्रिवेंद्र की आम पार्टी में शामिल हुआ। जो आज खास की बात कर रहे हैं, वह कभी हमारे सलाहकार रहे। उनकी सलाह भी हमने मानी। कुछ लोग राजनीतिक विशिष्टता वाले हैं, उनका अपना नजरिया है।
हरीश रावत, पूर्व सीएम