हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की देवभूमि में ऐसे मना कान्हा का जन्मोत्सव।
देहरादून- हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की, नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की राजधानी देहरादून समेत उत्तराखंड का हर शहर इन भजनों की गूंज सुबह से आधी रात तक गूंजता रहा। देवभूमि भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डूबी रही। सुबह से शाम तक महिलाएं अपने लड्डू गोपाल को सजाती रहीं।
विभिन्न मंदिरों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। मथुरा-वृंदावन के कलाकारों ने मंदिरों में भव्य प्रस्तुति देकर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रात 12 बजे जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ आतिशबाजी के साथ बधाई का दौर शुरू हो गया।
देहरादून पुलिस लाइन में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कार सिंह धामी भी यहां पहुंचे। पांडवाज बैंड और हंसराज रघुवंशी के गीतों पर भक्त जमकर झूमे।
दून में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। रात होते ही पूरा शहर रोशनी से जगमगा उठा। श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में महंत 108 रवींद्र पुरी महाराज के सानिध्य में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाया गया। यहां झांकियों की प्रस्तुति ने लोगों का मन मोह लिया।
एक झांकी में उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाते भगवान कृष्ण आकर्षण का केंद्र रहे। इस दौरान जुनून डांस अकादमी के छोटे-छोटे बच्चों ने चलो वृंदावन धाम, वृज की छोरी आदि भजनों पर नृत्य किया।
बल्लूपुर रोड स्थित दीपलोक कॉलोनी के श्रीराम मंदिर में बच्चों ने श्रीकृष्ण व राधा का रूप धारण किया और सुंदर प्रस्तुति दी। कैंट विधायक सविता कपूर ने बच्चों को पुरस्कृत किया।
बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। हजारों भक्त भजन संध्या में शामिल हुए।