दिल्ली में उत्तराखंड की बसों के प्रवेश पर रोक! प्रदूषण के दृष्टिगत कश्मीरी गेट आइएसबीटी नहीं जा पाएंगी।
देहरादून- बढ़ते प्रदूषण के दृष्टिगत उत्तराखंड परिवहन निगम की 300 पुरानी डीजल बसों पर शनिवार से दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लग गया यह सभी बसें बीएस-3 व बीएस-4 श्रेणी की हैं इस संबंध में दिल्ली सरकार पिछले तीन वर्ष से उत्तराखंड परिवहन निगम को सचेत कर रही थी, लेकिन परिवहन निगम प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम के पास 90 बीएस-6 डीजल व 162 अनुबंधित सीएनजी बसें ही हैं, जो दिल्ली कश्मीरी गेट आइएसबीटी जा पाएंगी दिल्ली मार्ग पर चलने वाली 540 बसों में से शेष 288 बसें अब दिल्ली नहीं जा पाएंगी शनिवार शाम से इन बसों का संचालन दिल्ली के लिए रोक दिया गया, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
तीन वर्षों से दिल्ली में डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध की थी तैयारी
दिल्ली सरकार पिछले तीन वर्षों से प्रदूषण नियंत्रण को लेकर दिल्ली में डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध की तैयारी कर रही थी।
इसके लिए उत्तराखंड परिवहन निगम समेत सभी राज्यों के परिवहन निगम को वर्ष 2021 से पत्र भेजे जा रहे, जिनमें एक अक्टूबर से बीएस-3 व बीएस-4 डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध की चेतावनी दी गई थी हालिया अगस्त में भी दिल्ली सरकार ने चेतावनी पत्र भेजा था, लेकिन उत्तराखंड परिवहन निगम ने गंभीरता नहीं दिखाई।
हालांकि, त्योहारी सीजन व उत्तराखंड सरकार के आग्रह के बाद दिल्ली सरकार ने बसों के प्रवेश को सशर्त छूट दे दी थी इसी बीच दिल्ली का प्रदूषण उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जिस पर शनिवार से उत्तराखंड की सभी पुरानी बसों को कश्मीरी गेट आइएसबीटी में प्रवेश नहीं दिया गया व बसों का चालान भी किए गए।
इस सूचना के बाद परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) पवन मेहरा ने सभी डिपो प्रबंधकों को आदेश दिया कि दिल्ली कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर केवल 162 अनुबंधित सीएनजी व 90 नई बीएस-6 बसों को ही भेजा जाए।
अकेले 175 बसें देहरादून से संचालित
बता दें कि, उत्तराखंड के सभी डिपो से दिल्ली मार्ग पर रोजाना 540 बसों का संचालन किया जाता है इसमें अकेले 175 बसें देहरादून से संचालित होती हैं दिल्ली मार्ग पर उत्तराखंड से करीब 50 हजार यात्री प्रतिदिन आवागमन करते हैं।