उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका बदरीनाथ विधायक भाजपा में हुए शामिल, एक और वरिष्ठ नेता ने छोड़ी पार्टी।
देहरादून- बता दें कि उत्तराखंड में इससे पहले मनीष खंडूड़ी भी पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं, अब बीते तीन दिन में आठ नेताओं ने इस्तीफा दे दिया।
उत्तराखंड कांग्रेस में इस्तीफों का दौर खत्म ही नहीं हो रहा है। रविवार को कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे। टिहरी से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके विरष्ठ नेता धन सिंह नेगी और बदरीनाथ विधायक व पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी ने पार्टी छोड़ दी। वहीं, तीन दिन में आठ बड़े नेताओं के इस्तीफे से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। उधर, राजेंद्र भंडारी ने दिल्ली में भाजपा ज्वाइन कर ली है। सीएम पुष्कर सिंह धामी, मंत्री पीयूष गोयल , पौड़ी सीट से उम्मीदवार अनिल बलूनी और उत्तराखंड भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
जानिए कौन हैं राजेंद्र भंडारी
चमोली जनपद के पोखरी विकास खंड के नैली ऐंथा गांव निवासी राजेंद्र भंडारी ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की थी। वर्ष 2002 से 2007 तक वे चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष रहे। 2007 में नंदप्रयाग विधानसभा से वे निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में जीते और भाजपा की खंडूड़ी सरकार में 2012 तक खेल मंत्री रहे थे। वर्ष 2012 में उन्हाेंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा और बदरीनाथ विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। तब वे हरीश रावत सरकार में अंतिम छणों में तीन माह तक कृषि मंत्री रहा। वर्ष 2017 में वे महेंद्र भट्ट से चुनाव हार गए थे और 2022 में फिर विधायक बने।
विधायक भंडारी का इस्तीफा विस अध्यक्ष ने स्वीकार किया
लोकसभा चुनाव से पहले तीन बार के विधायक राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा से नाता जोड़ लिया है। उन्होंने भाजपा में शामिल होने से पहले विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को निर्वाचन आयोग को इस संबंध में सूचित किया जाएगा।
तीन दिन में आठ नेताओं ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ