उत्तराखंड में अभी और महंगा होगा प्याज, दो दिन में दामों में भारी उछाल- यह है वजह।
देहरादून- नासिक के प्याज के निर्यात पर रोक लगने से दून में एक बार फिर प्याज आम आदमी के आंसू निकाल रहा है। रविवार को फुटकर में प्याज की कीमत 70 से 90 रुपये प्रति किलो पहुंच गई, जबकि दो दिन पहले तक प्याज 50 रुपये प्रति किलो मिल रहा था।
थोक मंडी निरंजनपुर में भी एक किलो प्याज की कीमत 40 से 50 रुपये के बीच पहुंच गई है। आमतौर पर निरंजनपुर मंडी में रोजाना लगभग 2000 क्विंटल प्याज आता है, लेकिन नासिक से आपूर्ति बंद होने के बाद आवक घटकर आधी रह गई है।
महाराष्ट्र में प्याज की कीमत को थामने के लिए केंद्र सरकार ने शुक्रवार से नासिक के प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी है। राज्य में प्याज के दाम सामान्य होने तक नासिक का प्याज सिर्फ महाराष्ट्र में ही बेचा जा सकेगा। केंद्र के इस निर्णय का देहरादून पर व्यापक असर पड़ा है।
वजह यह कि दून में अधिकांश प्याज नासिक और आंध्र प्रदेश से आता है, लेकिन अकेला आंध्र प्रदेश का प्याज दूनवासियों की जरूरत पूरी नहीं कर पा रहा। ऐसे में शनिवार से शहर की मंडियों में एकाएक प्याज के दाम बढ़ गए हैं। फुटकर मंडी में एक किलो प्याज 70 रुपये का मिल रहा है तो गली-मोहल्लों में ठेले पर सब्जी बेचने वाले इतनी ही मात्रा के लिए 80 से 90 रुपये वसूल रहे हैं।
रोजाना एक हजार क्विंटल प्याज आता है नासिक से
दून की निरंजनपुर मंडी में आमतौर पर नासिक से लगभग एक हजार क्विंटल प्याज रोजाना आता है। लेकिन, अब नासिक में प्याज के निर्यात पर रोक लगने से आवक गिरकर एक हजार क्विंटल रह गई है। इसका सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर पड़ रहा है।
प्याज की आवक अगले सप्ताह तक सामान्य होने की उम्मीद है। अन्य राज्यों से भी देहरादून मंडी में प्याज आ रहा है। अभी आवक कम है, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो जाएगी।